Daily Hindi Current Affairs 17 February 2025

ब्राजील जुलाई में रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा
- ब्राजील सरकार ने घोषणा की है कि अगला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका और अन्य सदस्य देश शामिल होंगे, 6-7 जुलाई को रियो डी जेनेरियो में आयोजित किया जाएगा।
- इस शिखर सम्मेलन में 20 सदस्य और सहयोगी देशों के नेता शामिल होंगे।
- ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा ने बताया कि बैठक में सदस्य देशों में आर्थिक विकास, सहयोग और जीवन स्तर में सुधार के लिए महत्वपूर्ण निर्णयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने स्थानीय मुद्रा लेनदेन के माध्यम से सदस्यों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।
- हालांकि अमेरिकी डॉलर को बदलने की कोई योजना नहीं है, लेकिन ब्रिक्स देश विकल्प तलाश रहे हैं।
- ब्रिक्स की स्थापना 2009 में ब्राजील, रूस, भारत और चीन द्वारा की गई थी।
- जिसमें दक्षिण अफ्रीका 2010 में सात अग्रणी औद्योगिक देशों के समूह के प्रतिसंतुलन के रूप में शामिल हुआ था।
- पिछले साल, ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात को जोड़कर इस समूह का विस्तार किया गया है।
- सऊदी अरब को भी इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
- तुर्की, अज़रबैजान और मलेशिया ने औपचारिक रूप से सदस्यता के लिए आवेदन किया है, और कई अन्य देशों ने भी इसमें रुचि दिखाई है।
अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेने के लिए भारतीय नौसेना के जहाज और विमान इंडोनेशिया पहुंचे
- भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस शार्दुल और लंबी दूरी की समुद्री निगरानी पी8आई विमान 15 फरवरी से 22 फरवरी 2025 तक निर्धारित इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) 2025 में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया के बाली पहुंचे हुए हैं।
- इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू, एक प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय नौसैनिक आयोजन है।
- इसकी समीक्षा इंडोनेशिया के माननीय राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी।
- इसमें विभिन्न देशों के नौसैनिक बल भाग ले रहे है।
- इस अवधि के दौरान, भारतीय नौसेना अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा संगोष्ठी और सामरिक खेल गतिविधियों सहित विभिन्न उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में भी भाग लेगी।
- इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2025 के बाद, आईएनएस शार्दुल और पी8आई दोनों ही अभ्यास कोमोडो में भाग लेंगे, जो एक बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है, जिसका उद्देश्य समुद्री सहभागिता व क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना है।
भारत-जापान संयुक्त सैन्य अभ्यास 25 फरवरी से माउंट फूजी में शुरू होगा
- भारत और जापान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘धर्म गार्जियन (संरक्षक)’ का छठा संस्करण 25 फरवरी से 9 मार्च तक जापान के माउंट फूजी में आयोजित किया जाएगा।
- भारतीय सेना ने रविवार 16 फ़रवरी 2025 को यह जानकारी दी है।
- इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत शहरी युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियानों को अंजाम देते हुए दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना है।
- इससे पहले 11 फरवरी को भारत और मिस्र के विशेष बलों ने राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में ‘साइक्लोन III’ अभ्यास शुरू किया था जो 23 फरवरी को समाप्त होगा।
- अभ्यास ‘साइक्लोन’ भारत और मिस्र में बारी-बारी से आयोजित होने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है।
मेटा ने भारत और अमेरिका के बीच डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए 50,000 किलोमीटर वाटरवर्थ सब सी केबल परियोजना की घोषणा की
- फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप की मालिकाना कंपनी मेटा ने 50,000 किलोमीटर की नई अंडर सी केबल परियोजना ‘वाटरवर्थ’ की घोषणा की है।
- इस परियोजना का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।
- मेटा के अनुसार, प्रोजेक्ट वाटरवर्थ अमेरिका, भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और अन्य प्रमुख क्षेत्रों को उद्योग-अग्रणी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
- यह निवेश आर्थिक विकास और डिजिटल समावेशन के प्रति मेटा की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
- इसके साथ ही यह निवेश भारत के फलते-फूलते डिजिटल परिदृश्य को समर्थन प्रदान करता है और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देता है।
- यह परियोजना पांच प्रमुख महाद्वीपों तक फैलेगी और 50,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करेगी।
- इससे यह दुनिया की सबसे लंबी समुद्री केबल परियोजना बन जाएगी तथा जिसमें उपलब्ध उच्चतम क्षमता वाली प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।
राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव ‘आदि महोत्सव’ का किया उद्घाटन
- राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 16 फरवरी, 2025 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव ‘आदि महोत्सव’ का उद्घाटन किया है।
- आदि महोत्सव जनजातीय विरासत को उजागर करने और उसे बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण आयोजन है।
- ऐसे उत्सव जनजातीय समाज के उद्यमियों, कारीगरों और कलाकारों को बाज़ार से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं।
- इस अवसर पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने बताया आदिवासी समाज के शिल्प, खान-पान, पहनावा और आभूषण, चिकित्सा पद्धतियां, घरेलू उपकरण और खेल हमारे देश की अनमोल विरासत हैं।
- इसके साथ ही, वे आधुनिक और वैज्ञानिक भी हैं क्योंकि वे प्रकृति के साथ सहज सामंजस्य और एक स्थायी जीवन शैली के आदर्शों को दर्शाते हैं।
- आदि महोत्सव का आयोजन जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा 16 से 24 फरवरी, 2025 तक मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, नई दिल्ली में किया जा रहा है।